निधन के बाद आशा को लेकर लता मंगेशकर का आख़िरी संदेश आ गया सामने..!!

निधन के बाद आशा को लेकर लता मंगेशकर का आख़िरी संदेश आ गया सामने..!!

स्वर कोकिला कहलाने वालीं लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने रविवार सुबह इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इस खबर के सामने आने से सिनेमाजगत के साथ ही साथ पूरे देश में शोक की लहर छा गई। पीएम मोदी से राष्ट्रपति तक, और सितारों से फैन्स तक, सभी ने लता मंगेशकर को याद किया और श्रद्धांजलि दी। लता मंगेशकर के निधन के बाद अभिनेता अनुपम खेर (Anupam Kher), दिवंगत गायिका के घर पहुंचे और आशा भोसले से मुलाकात की एक तस्वीर साझा की। वहीं इसके बाद अनुपम खेर ने एक और वीडियो शेयर किया, जिस में उन्होंने लता का भगवद्गीता के श्लोक को गाते हुए आखरी संदेश का ऑडियो शेयर किया है।

क्या है कैप्शन: अनुपम खेर ने जो वीडियो शेयर किया है उसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘लता जी का भगवद्गीता के श्लोक को गाते हुए आखरी संदेश, 22/12/2021 की दोपहर Zoom पर आजादी का अमृत महोत्सव कमेटी की दूसरी मीटिंग में जब लता जी की बोलने की बारी आई तो फैन होने के नाते मेरा दिल किया की मैं उनकी आवाज रिकार्ड कर लूँ। सुनिए… क्या बोली थीं उस दिन विश्व की महान गायिका।’

लता ने सुनाया श्लोक: इसके बाद श्लोक सुनाते हुए लता ने आगे कहा, ‘यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्। परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे। भगवान श्रीकृष्णा ने ये कहा है और वो हमेशा हमारे साथ रहें, आज भी साथ हैं, अब आगे भी साथ रहेंगे। यही मुझे विश्वास है। मैं आप सभी को प्रणाम करती हूं और आज्ञा लेती हूं।’

भारत रत्न लता मंगेशकर: गौरतलब है कि 1929 में लता मंगेशकर का जन्म इंदौर में हुआ था। लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है और उनको देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जा चुका है। वह भारतीय सिनेमा की महान गायिकाओं में से हैं, उन्हें स्वर कोकिला के नाम से जाना जाता है। लता मंगेशकर को पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है।

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