सुहागरात पर बेडरूम को गुलाबों से सजाने के पीछे ये है असली वजह यह जानकर आप दंग रह जाओंगे,क्या होगा इस दुनिया का

क्या आप जानते हैं शादी के बाद कपल्स के कमरे को गुलाबों से क्यों सजाया जाता है? वैसे तो इसके पीछे कई कारण होते हैं, लेकिन मुख्य रूप से गुलाब की खुशबू का हमारे मूड पर काफी असर पड़ता है। अन्य कारण जानें।
यह जगह रोमांटिक और खूबसूरत है। इस वेलेंटाइन डे पर अपने प्यार के साथ खूबसूरत पल बिताएं ताकि पता चल सके कि आखिर हनीमून पर कमरे को गुलाबों से क्यों सजाया जाता है। नई दिल्ली: आपने शादी में हर जगह गुलाब देखे होंगे।
इतना ही नहीं हनीमून पर भी कपल के कमरे को गुलाबों से सजाया जाता है। इसके पीछे कई कारण हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुशबू का मूड से बहुत कुछ लेना-देना होता है। दरअसल, गुलाब को पूरी दुनिया में प्यार का प्रतीक होने के साथ-साथ प्राकृतिक कामेच्छा बढ़ाने वाला भी माना जाता है।
इसके अलावा भी कई कारण हैं। तो आइए आज वैलेंटाइन वीक की शुरुआत में इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं। गंध का मस्तिष्क पर प्रभाव। आयुर्वेद के अनुसार गुलाब एक प्राकृतिक कामोद्दीपक है। इसके पत्ते शरीर की अशुद्धियों को दूर करते हैं। जिससे व्यक्ति सेक्सुअली एक्टिव भी महसूस करता है।
आयुर्वेद में सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए गुलाब की कुछ पंखुड़ियों को धोने के बाद खाने की सलाह दी जाती है। हालाँकि, गंध आपके मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है, जिससे आपका मूड बेहतर होता है।
गुलाब जल तनाव को कम करता है मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुलाब जल को अवसाद रोधी माना जाता है। 2011 के एक अध्ययन में पाया गया कि गुलाब की पंखुड़ियों ने चूहों के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को आराम दिया। यह तनाव को भी कम करता है।
इसका मतलब है कि अगर आपका मूड अच्छा नहीं है, अगर आप तनाव में हैं तो आप गुलाब को अपने पास रख सकते हैं और गुलाब की खुशबू ले सकते हैं। इससे आपका मूड तुरंत ठीक हो जाएगा।गुलाब के ये फायदे आपको मिलेंगे।इसके अलावा गुलाब का इस्तेमाल कई तरह से भी किया जाता है।
गुलाब जल का उपयोग लंबे समय से सौंदर्य उत्पाद के रूप में किया जाता रहा है। चंदन के मास्क में गुलाब जल मिलाकर लगाने से आपकी त्वचा से सनबर्न ठीक हो जाता है।
इसका जवाब है आखिर हनीमून पर कमरे को गुलाबों से क्यों सजाया जाता है.नई दिल्ली: आपने अक्सर देखा होगा कि शादी में हर जगह गुलाब मिल जाते हैं. इतना ही नहीं हनीमून पर भी कपल के कमरे को गुलाबों से सजाया जाता है।
इसके पीछे कई कारण हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुशबू का मूड से बहुत कुछ लेना-देना होता है। दरअसल, गुलाब को पूरी दुनिया में प्यार का प्रतीक होने के साथ-साथ प्राकृतिक कामेच्छा बढ़ाने वाला भी माना जाता है। इसके अलावा भी कई कारण हैं। तो आइए आज वैलेंटाइन वीक की शुरुआत में इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
मस्तिष्क पर गंध का प्रभाव आयुर्वेद के अनुसार गुलाब एक प्राकृतिक कामोद्दीपक है। इसके पत्ते शरीर की अशुद्धियों को दूर करते हैं। जिससे व्यक्ति सेक्सुअली एक्टिव भी महसूस करता है। आयुर्वेद में सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए गुलाब की कुछ पंखुड़ियों को धोने के बाद खाने की सलाह दी जाती है। हालाँकि, गंध आपके मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है, जिससे आपका मूड बेहतर होता है।
गुलाब जल तनाव को कम करता है मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुलाब जल को अवसाद रोधी माना जाता है। 2011 के एक अध्ययन में पाया गया कि गुलाब की पंखुड़ियों ने चूहों के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को आराम दिया। यह तनाव को भी कम करता है। इसका मतलब है कि अगर आपका मूड अच्छा नहीं है, अगर आप तनाव में हैं तो आप गुलाब को अपने पास रख सकते हैं और गुलाब की खुशबू ले सकते हैं। इससे आपका मूड तुरंत ठीक हो जाएगा।
आपको मिलेंगे गुलाब के ये फायदे.इसके अलावा गुलाब का इस्तेमाल कई तरह से भी किया जाता है. गुलाब जल का उपयोग लंबे समय से सौंदर्य उत्पाद के रूप में किया जाता रहा है। चंदन के मास्क में गुलाब जल मिलाकर लगाने से आपकी त्वचा से सनबर्न ठीक हो जाता है।